हिन्दी अनुभाग

 

 

भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय में हिन्दी अनुभाग संविधान के अनुच्छेद 343 से 351 तक के प्रावधान के अनुसार कार्य करते हुए संविधान की अपेक्षाओ को पूरा करने में कार्यरत है। इसके लिए राजभाषा अधिनियम एवं नियमों के अनुसार निदेशालय के मुख्यालय एवं महारजिस्ट्रार के अधीन विभिन्न जनगणना कार्य निदेशालय एवं भाषा प्रभाग कोलकाता में संघ की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन का पर्यवेक्षण करता है । आवश्यकतानुसार मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराता है । राजभाषा अधिनियम की धारा 3(3) के अंतर्गत आने वाले समस्त कागजातों तथा संकल्प, सामान्य आदेश नियम की अधिसूचनाएं, प्रशासनिक तथा अन्य रिपोर्टें, प्रेस विज्ञप्ति, संसद के किसी सदन या दोनों सदनों के समक्ष रखी जाने वाली रिपोर्टें, सरकारी कागजात, संविदाएं, करार, अनुज्ञप्तियाँ, निविदा नोटिस तथा निविदा फार्म आदि द्विभाषी जारी किए जाते हैं ।

राजभाषा विभाग के वार्षिक कार्यक्रम में दिए गए मूल पत्राचार के अनुरूप केन्द्र सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों तथा उनसे संबद्ध अधीनस्थ कार्यालयों एवं केंद्र सरकार के स्वामित्व में या नियंत्रणाधीन निगमों/उपक्रमों/बैंकों आदि से पत्राचार करता है। इस निदेशालय में ‘क’, ‘ख’ एवं ‘ग’ क्षेत्रों के साथ लगभग 97% मूल पत्राचार हिंदी में किया जाता है। यह कार्यालय राजभाषा नियम, 5 के अनुसार हिंदी में प्राप्त पत्रों का उत्तर हिंदी में देता है। भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय द्वारा लक्ष्य के अनुसार फाइलों पर टिप्पणियों को हिंदी में लिखने का प्रयास किया जाता है। हिंदी भाषा व हिंदी टाइपिंग व आशुलिपि प्रशिक्षण कार्यक्रम भी लक्ष्य के अनुसार किए जाते हैं।

भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय में हिंदी सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर कंप्यूटर में यूनीकोड के माध्यम से कंप्यूटर पर हिंदी भाषा में काम करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। कार्यालय की महत्वपूर्ण सूचनांए व परिपत्र आदि वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं। महारजिस्ट्रार के कार्यालय द्वारा सूचना बोर्ड और होर्डिंग्स आदि नियमानुसार हिंदी/अंग्रेजी भाषाओ में बनाये जाते हैं।

राजभाषा विभाग के निदेशों के अनुसार भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय में वर्ष में नियमित अंतराल पर बैठकें आयोजित की जाती हैं। इन बैठकों में राजभाषा विभाग द्वारा जारी किए गए वार्षिक कार्यक्रम के लक्ष्यों पर विधिवत चर्चा की जाती है और निर्णय लिए जाते हैं। तदनुसार कार्यालय में हिंदी कार्य को बढ़ावा देने के सतत प्रयास किए जाते है। बैठक में लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की जानकारी रिपोर्टों के माध्यम से प्राप्त की जाती है और प्रत्येक बैठक में प्रत्येक प्रभाग/अनुभाग की रिपोर्ट की गहनता से समीक्षा की जाती है।

लक्ष्य के अनुसार भारत के महारजिस्ट्रार का कार्यालय के अधीन कार्यरत जनगणना कार्य निदेशालयों में हिंदी के कार्यान्वयन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए सहायक निदेशक (रा.भा.) विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण करते हैं। इसके अतिरिक्त भारत के महारजिस्ट्रार का कार्यालय के अनुभागों का भी निरीक्षण किया जाता है और निरीक्षण में पाई गई कमियों को दूर करने के प्रयास किए जाते हैं। निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मुख्यालय सहित सभी जनगणना कार्य निदेशालयों में हिंदी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है जिनमें अधिकारियों/कर्मचारियों को हिंदी में टिप्पण आलेखन, मसौदा लेखन व अन्य कार्य करने के संबंध में जानकारी दी जाती है और इनका अभ्यास भी कराया जाता है। भारत सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों/कार्यालयों में हिंदी के प्रगामी प्रयोग की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए संसदीय राजभाषा समिति विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण करती है और आवश्यक बिन्दुओं पर सुझाव देती है व आश्वासन भी प्राप्त करती है।

मुख्यालयों में हिन्दी के कामकाज को बनाए रखने के लिए प्रत्येक वर्ष सितम्बर महीने में 01 सितम्बर से 15 सितम्बर तक हिन्दी पखवाड़ा का आयोजन किया जाता है। पखवाड़े के दौरान हिंदी निबंध प्रतियोगिता, हिंदी वर्तनी सुधार प्रतियोगिता (केवल मल्टी टास्किंग स्टाफ के लिए), हिंदी टिप्पण आलेखन प्रतियोगिता, हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता और हिंदी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता जैसी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। उपरोक्त सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया जाता है।

भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय में सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को अपना कार्य मूल रूप से हिन्दी में करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस प्रकार अथक प्रयासों के माध्यम से राजभाषा हिन्दी के कार्यान्वयन की दिशा में भारत के महारजिस्ट्रार का कार्यालय के हिन्दी अनुभाग अहम भूमिका निभा रहा है। भारत के महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त स्वयं राजभाषा नीति के कार्यान्वयन की दिशा में समय–समय पर विशेष पहल करते हैं, जिससे प्रेरणा लेकर दूसरे अधिकारी/कर्मचारी भी इस ओर अपनी अभिरुचि दिखा रहे हैं। विगत वर्षों की तुलना में राजभाषा हिन्दी का कार्य दिनों–दिन आगे बढ़ रहा है और आशा है कि निकट भविष्य में भारत के महारजिस्ट्रार का कार्यालय हिंदी कार्यान्वयन की दिशा में उन सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगा जो राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित किए गए हैं। कार्यालय के निरंतर प्रयासों से हिन्दी को आगे ले जाने की दिशा में संविधान के लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूर्ण किया जा रहा है। आने वाले समय में संविधान निर्माताओं की भावनाओं को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा, जिसके तहत उन्होंने हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया है।