सामाजिक अध्ययन प्रभाग






परिचय
भारत की जनगणना शुरू से ही भारत की जातियों, समुदायों और जनजातियों के अध्ययन में लगी हुई है, और अखिल भारतीय स्तर पर मानवशास्त्रीय, मानवविज्ञान और समाजशास्त्रीय अध्ययनों के क्षेत्र में अग्रणी संगठन के रूप में उभरी है । 1872 से विभिन्न जनगणना रिपोर्टों और प्रकाशनों में उपलब्ध असंख्य सांख्यिकीय और मानवविज्ञान संबंधी जानकारी भारत के लोगों और संस्कृतियों पर सबसे विस्तृत दस्तावेज है । इस प्रकार, भारत की जनगणना ने, जनगणना के माध्यम से जनसंख्या के आंकड़े एकत्र करने के संगठन के प्राथमिक कार्य के अलावा, शुरू से ही भारत में मानवशास्त्रीय, मानवविज्ञान और समाजशास्त्रीय अध्ययनों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है । 1960 की शुरुआत में भारत के महारजिस्ट्रार के कार्यालय के अंतर्गत सामाजिक अध्ययन और हस्तशिल्प इकाई नामक एक अलग प्रभाग का गठन किया गया था, जो विशिष्ट मानवशास्त्रीय, मानवविज्ञान और सामाजिक जांच करने की आवश्यकता के साथ गठित किया गया था। इसे अंततः सामाजिक अध्ययन प्रभाग का नाम दिया गया।

मानव संसाधन
वर्तमान में, प्रभाग में सामाजिक अध्ययन संवर्ग के 17 पदों और जनगणना संवर्ग से उप निदेशक, वरिष्ठ संकलक, सांख्यिकीय अन्वेषक (ग्रेड II), और सांख्यिकीय अन्वेषक (ग्रेड I) के एक-एक पद हैं। सामाजिक अध्ययन संवर्ग पदानुक्रम में (ऊपर से नीचे तक) एक उप महारजिस्ट्रार (सा.अ.), एक सहायक महारजिस्ट्रार (सा.अ.), एक वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी (सा.अ.), दो अनुसंधान अधिकारी (सा.अ.), और बारह अन्वेषक (सा.अ.) ग्रेड I हैं। सामाजिक अध्ययन प्रभाग के कर्मचारियों को मानव विज्ञान, समाजशास्त्र, या अन्य प्रासंगिक सामाजिक विज्ञान की शैक्षणिक और अनुसंधान पृष्ठभूमि से भर्ती या तैनात किया जाता है ।

कार्य और गतिविधियां
ऐतिहासिक रूप से, सामाजिक अध्ययन प्रभाग का गठन सामाजिक मुद्दों पर विशिष्ट शोध/अध्ययन करने के उद्देश्य से किया गया था । हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में प्रभाग ने संगठन की प्राथमिक गतिविधि अर्थात जनगणना में सामाजिक विषयों विशेष रूप से अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों से संबंधित संदर्भों पर सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए संगठन में एक स्थान पाया है। अपनी स्थापना के बाद से, प्रभाग ने महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों की कई परियोजनाओं का संचालन किया है। सामाजिक अध्ययन प्रभाग के कार्यों और गतिविधियों को प्रमुखतः (1) जनगणना कार्यों और (2) गैर-जनगणना कार्यों के तहत विभाजित किया जा सकता है, जिनका विवरण निम्नवत है:

1. जनगणना कार्य:

  • 1.1 अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की गणना
  • 1.1.1 जनगणना के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाती की सूची का संकलन
  • 1.1.2 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाती की गणना के लिए जनगणना अनुसूची
  • 1.1.3 कोड निर्देशिका तैयार करना
  • 1.1.4 अवर्गीकृत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाती विवरणियों का वर्गीकरण
  • 1. 2 धर्म की गणना
  • 1.2.1 धर्म विवरणियों का वर्गीकरण और प्रकाशन
  • 1.3 तालिकाओं को अंतिम रूप देना
  • 1.4 अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के आंकड़ों का परिसीमन और पुनर्रचना
  • 1.5 शहरी ढांचे को अंतिम रूप देना*
  • 1.5.1 जनगणना नगर और सांविधिक नगर
  • 1.5.2 शहरी समूहन
  • 1.5.3 बहिर्गमन
  • 1.6 जिला जनगणना पुस्तिका *
  • 1.7 ग्राम निर्देशिका और नगर निर्देशिका*

2. गैर-जनगणना कार्य:

  • 2.1 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की सूची का पुनरीक्षण
  • 2.1.1 अनुच्छेद 341
  • 2.1.2 अनुच्छेद 342
  • 2.1.3 पद्धतियां
  • 2.1.4 मानदंड
  • 2.1.5 प्रस्तावों की जांच
  • 2.2 अंतर-जनगणना सामाजिक अध्ययन परियोजनाएं

3. परियोजनाएं, अध्ययन और प्रकाशन:

  • 3.1 ग्राम अध्ययन
  • 3.2 गांवों का सामाजिक-जनसांख्यिकीय अध्ययन/पुनः अध्ययन
  • 3.3 नगर अध्ययन
  • 3.4 मानवविज्ञान अध्ययन
  • 3.5 हस्तशिल्प सर्वेक्षण
  • 3.6 मेलों और त्योहारों पर अध्ययन
  • 3.7 नगर निर्देशिका
  • 3.8 अनुसूचित जातियों पर शब्दावली
  • 3.9 अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और चयनित सीमांत समुदायों पर ग्रंथ सूची
  • 3.10 विविध अध्ययन
  • 3.11 योजनाएँ (विभिन्न पंचवर्षीय योजना के तहत)
  • 3.12 रिपोर्ट और प्रकाशन (योजनाओं के तहत)
  • 3.13 परिवार के आकार और संरचना पर जनगणना के आंकड़ेतहत)

4. संसाधन:

  • 4.1 भारत की जनगणना प्रकाशन (पूर्व और वर्तमान)
  • 4.2 ऑनलाइन संसाधन


* नोट : 2011 की जनगणना तक सामाजिक अध्ययन प्रभाग, शहरी ढांचे (1.5), जनगणना कस्बों की पहचान, शहरी समूहन और शहरी विकास (1.5.1 से 1.5.3), जिला जनगणना पुस्तिका (1.6) और ग्राम और नगर निर्देशिकाओं को अंतिम रूप देने (1.7) में शामिल था। 2021 की जनगणना के लिए इन गतिविधियों/कार्यों को जनगणना विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है।

** अस्वीकरण : सही तथ्य और आंकड़े पेश करने के लिए हर संभव सावधानी बरती गई है। तथापि, यह कार्यालय यहां प्रस्तुत किन्हीं तथ्यों और आंकड़ों के संबंध में किसी भी अनजाने में हुई गलती के लिए उत्तरदायी नहीं है।